इसराइल ने भरा है दम! हिज़बुल्लाह का खेल खत्म?
- देश दुनिया
- September 28, 2024
नशा क्या मूर्खता की देन है, प्रेमचंद की कहानी ‘नशा’ के अंत पर पहुंचकर यह ख़याल सवाल बनकर घेरता है। दूसरी तरफ विश्व के दस बड़े लेखकों की शराब पीने की लत जीवन की अन्य तरह की विसंगति को सामने ले आती है. प्रेमचंद के कथा-संसार में इंसानी व्यवहार अपनी तमाम रंगतों के साथ मौजूद
READ MOREआइडा एक रोबोट है, जो कलाकारी का हुनर रखती है. आइडा ने बीते मंगलवार को ब्रिटिश सांसदों से संसद में ‘बातचीत’ की. उसने सांसदों को बताया कि वह भले ही एक ‘कृत्रिम’ रचना है, लेकिन कलाकृतियां बनाने में सक्षम है. आइडा ब्रिटिश संसद में एक संसदीय जांच के समक्ष पेश हुई. एक संसदीय समिति जांच
READ MOREजम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को ‘कुमाऊं साहित्य महोत्सव’ का उद्घाटन करते हुए कहा कि यह उत्सव देश के प्रसिद्ध लेखकों, कवियों, विचारकों को कला, संस्कृति और साहित्य का जश्न मनाने के लिए एक साथ लाता है तथा लोगों को नए विचारों एवं दृष्टिकोणों का पता लगाने का अवसर प्रदान करता है. सिन्हा
READ MOREहिमाचल की राजधानी शिमला में गत माह 10 सितंबर के ‘कविकुंभ’ शब्दोत्सव के बाद से 17 अक्टूबर तक ‘लिटरेचर विद नेचर’ के तत्वावधान में तीन और सफल साहित्यिक आयोजन; कविकुंभ, कीकली न्यूज, पोएटिक आत्मा, शिमला वाक्स आदि के साझा प्रयासों से सम्पन्न हो चुके हैं। साहित्यिक मासिकी ‘कविकुंभ’ के लिए यह अत्यंत हर्ष, गर्व और
READ MOREआज की सत्तारूढ़ राजनीति के सिलसिले में सब कुछ ‘राज’ पर इतना एकाग्र हो चला है कि ‘नीति’ लगभग ग़ायब हो गई है. नीति के राजनीति से लोप के चलते उसके लिए कोई नया शब्द गढ़ना चाहिए. इसी बीच, राज और बाज़ार का संबंध बहुत गाढ़ा हुआ है और वे एक-दूसरे के पोषक हो गए
READ MOREशिमला (हिमाचल प्रदेश) में ‘कविकुंभ’-शब्दोत्सव एवं ‘बीइंग वुमन’ का स्वयं सिद्धा सम्मान समारोह विभिन्न सत्रों के साथ गेटी थियेटर के गौथिक हॉल में संपन्न हो गया। इस भव्य आयोजन में देश के विभिन्न राज्यों से शीर्ष कवि-साहित्यकारों के साथ ही, बड़ी संख्या में ऐसी स्वयं सिद्धा महिलाएं भी समादृत हुईं, जिन्होंने जीवन के विभिन्न कार्यक्षेत्र
READ MOREअशोक वाजपेयी : हिन्दी अंचल की बढ़ती धर्मांधता, सांप्रदायिकता और हिंसा की मानसिकता आदि का एक कारण इस अंचल की मातृभाषा और कलाओं से ख़ुद को वंचित रहने की वृत्ति है. स्वयं को कला से दूर कर हम असभ्य राजनीति, असभ्य माहौल और असभ्य सार्वजनिक जीवन में रहने को अभिशप्त हैं. ‘हंस’ पत्रिका ने अपने
READ MOREप्रभाकर मणि तिवारी : भारतीय सेना में सेवा दे चुके दिवंगत ब्रिगेडियर सुशील कुमार शर्मा की लिखी एक किताब “द कॉम्प्लेक्सिटी कॉल्ड मणिपुर: रूट्स, परसेप्शन एंड रियलिटी” पर हाल के महीनों में उठे विवाद के चलते मणिपुर सरकार ने बैन लगा दिया है. सरकार का कहना है कि इस पुस्तक की विषयवस्तु बेहद संवेदनशील है,
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