मोरबी में 30 अक्टूबर की शाम हुए पुल हादसे में सिर्फ 134 ही शव (सरकारी आंकड़ा) बरामद बताए जा रहे हैं, जबकि अपुष्ट सूत्र बताते हैं कि 190 लोगों की जान गई है. गुजरात में बुधवार को एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है. तीन दिन के गुजरात दौरे पर पहुंचे पीएम मोदी
मोरबी में 30 अक्टूबर की शाम हुए पुल हादसे में सिर्फ 134 ही शव (सरकारी आंकड़ा) बरामद बताए जा रहे हैं, जबकि अपुष्ट सूत्र बताते हैं कि 190 लोगों की जान गई है. गुजरात में बुधवार को एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है. तीन दिन के गुजरात दौरे पर पहुंचे पीएम मोदी आज मोरबी में मृतकों के परिजनों और घायलों से मुलाकात करने पहुंच रहे हैं. उनके मोरबी दौरे से पहले रातोरात सरकारी अस्पताल का रंग-रोगन और मरम्मत की गई तो विपक्षी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने अस्पतालों की मरम्मत पर तंज किया है कि भाजपा इवेंट मैनेजमेंट में जुटी है ताकि प्रधानमंत्री का फोटोशूट हो सके. उल्लेखनीय है कि पीएम गुजरात में मौजूद होते हुए भी हादसे वाले दिन कई वजहों से मोरबी नहीं गए, जिनमें एक वजह ये बताई जाती है कि एक तो गुजरात में चुनाव है, दूसरे अचानक हादसे के बाद बीजेपी को उन पटेल बिरादरी के पीड़ितों को कोई जवाब देते नहीं बन रहा है. पटेल समुदाय चुनाव में निर्णायक रोल अदा करता रहा है. साथ, पीएम के जाने पर प्रोटोकॉल व सुरक्षात्मक वजहों से राहत कार्य बाधित होता.
मोरबी हादसे में किसी ने औलाद खो दी, किसी ने जीवन साथी. किसी की कोख में ही उसकी औलाद की कब्र बन गई. किसी के अपने उसकी आंखों के आगे डूब गए. पुल हादसे के बाद हर ओर ऐसे ही मंजर दिखाई दे रहे हैं. जिस मच्छू नदी पर ये पुल बना था, वो अब तक 134 लाशें उगल चुकी है. इनमें मासूम बच्चे हैं, औरतें हैं और बुजुर्ग भी. एक शख्स ने 8 महीने की गर्भवती की लाश देखी और फिर उसकी आंखें ये दहलाने वाला दृश्य भूल नहीं पाईं. आरिफ परिवार के 8 सदस्यों के साथ ब्रिज पर घूमने गए थे. ब्रिज टूटने से सभी लोग नदी में गिर गए. हादसे में आरिफ की जान बच गई, लेकिन पत्नी और 5 साल के बेटे की जान चली गई. वहीं, उनकी बेटी समेत 5 सदस्य लापता हैं.
बेटी की ननद की सगाई में आई हलीमाबेन के परिवार के 6 लोग उनकी आंखों के सामने हादसे का शिकार हो गए. हलीमा ने बताया कि उनकी बेटी-दामाद, दोनों नवासे, हलीमा के जेठ और उनका लड़का झूलतो पुल देखने गए थे, लेकिन उसके टूटने से नदी में गिर गए. पत्नी और तीन बच्चों को अपनी आंखों के सामने खो देने वाले पति की हालत देखकर पूरे गांव में मातम छाया है. जामनगर जिले के धरोल तालुका के जलिया देवानी गांव में एक परिवार के तीन बच्चों सहित 4 सदस्यों की मौत हुई. रूपेश ब्रिज की केबल पकड़ने से बच गया, जबकि पत्नी तीनों बच्चों को खोजने गई, लेकिन कीचड़ में धंसकर जान गंवा दी.
उधर, दिखावे की कार्रवाई के नाम पर असली गुनहगारों पर हाथ न डालते हुए मोरबी के पुल का रखरखाव करने वाली ओरेवा कंपनी के 2 मैनेजर, ब्रिज की रिपेयरिंग करने वाले दो कॉन्ट्रैक्टर, दो टिकट क्लर्क और तीन सिक्योरिटी गार्ड्स को गिरफ्तार कर लिया गया है. हादसे के बाद अहमदाबाद के अटल ब्रिज के लिए भी अलर्ट जारी किया गया है. यहां 1 घंटे में 3,000 लोग ही जा सकेंगे. यह अलर्ट अहमदाबाद नगर निगम ने जारी किया है. मोरबी के 134 मृतकों में 30 बच्चे हैं. 45 की उम्र 18 साल से कम है. ज्यादातर महिलाओं और बुजुर्गों की जान गई है. 170 लोग रेस्क्यू किए गए हैं. इस बीच ब्रिज हादसे को लेकर चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. मोरबी के इस ऐतिहासिक पुल की मरम्मत की जिम्मेदारी नगर पालिका ने घड़ी और बल्ब बनाने वाली अजंता ओरेवा ग्रुप ऑफ कंपनीज को दे दी थी. इतना ही नहीं, काम पूरा होने के बाद कंपनी ने खुद ही इसे आम लोगों के लिए खोल दिया. वेरिफिकेशन और फिटनेस सर्टिफिकेट तक नहीं लिया गया. अफसर भी सोते रहे.
प्रधानमंत्री आज राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के मानगढ़ धाम का भी दौरा करेंगे. मोदी सुबह 10.50 बजे मानगढ़ धाम हेलीपैड पर पहुंचेंगे. 11 बजे से 12.30 बजे तक मानगढ़ हिल, बांसवाड़ा में तीन प्रोग्राम रखे गए हैं. मौके पर बड़ी जनसभा करने की तैयारियां है। बड़ा स्टेज और डोम बनाया गया है. सभास्थल के अलावा आस-पास की पहाड़ियों से भी आदिवासी समाज के लोगों को कार्यक्रम दिखाने की तैयारी है.
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