पता नहीं कितने लोगों को, मालूम हो भी या नहीं कि शाहरुख की मां लतीफ फातिमा मजिस्ट्रेट थीं. ये अपने जमाने की सबसे सफल मुस्लिम महिलाओं में से एक थीं. सोशल वर्क में काफी आगे रहीं और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से उनके गहरे ताल्लुकात थे. मां जितनी हाई सोसाइटी वाली रहीं, पिता मीर ताज
पता नहीं कितने लोगों को, मालूम हो भी या नहीं कि शाहरुख की मां लतीफ फातिमा मजिस्ट्रेट थीं. ये अपने जमाने की सबसे सफल मुस्लिम महिलाओं में से एक थीं. सोशल वर्क में काफी आगे रहीं और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से उनके गहरे ताल्लुकात थे. मां जितनी हाई सोसाइटी वाली रहीं, पिता मीर ताज उतने ही जमीनी इंसान थे. वे पेशावर से आए थे और दिल्ली में चाय बेचा करते थे. एक एक्सीडेंट ने दोनों को मिलवाया. शादी हुई और फिर कहानी शुरू हुई शाहरुख खान नाम के स्टार के बनने की. अब तो तमाम फिल्मी किस्सों, विवादों, गॉसिप्स और हिट-फ्लॉप फिल्मों के बीच से गुजर रही है शाहरुख खान की जिंदगी, तो भी उनके जीवन की कुछ अनछुई बातें यहां.
शाहरुख खान को इंडस्ट्री का किंग ऑफ रोमांस कहा जाता है. हालांकि, उन्हें ये गुर पिता मीर ताज मोहम्मद से मिला. 6’2 कद वाले मीर ताज पेशावर के पठान थे, जो आजादी की लड़ाई के युवा स्वतंत्रता सेनानी में से एक थे. मीर ताज का सेंस ऑफ ह्यूमर बेहतरीन था. उन्होंने एमए, एलएलबी तक पढ़ाई की थी. उन्हें पर्शियन, संस्कृति, पश्तो, पंजाबी, हिंदी, इंग्लिश समेत कई भाषाएं आती थीं. ये वकील थे, लेकिन वकालत में नाकामयाबी हासिल होने के बाद इन्होंने फर्नीचर बिजनेस, ट्रांसपोर्टेशन, केरोसीन डीलिंग का बिजनेस किया. भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के बाद मीर ताज परिवार के साथ दिल्ली आकर बस गए, जहां इनकी विलिंगन हॉस्पिटल के पीछे चाय की दुकान थी.
दिल्ली के इंडिया गेट में एक दिन मीर ताज अपने दोस्तों के साथ सैर पर निकले थे. उन्होंने देखा कि वहां एक कार का एक्सीडेंट हो गया है. कार उल्टी पड़ी थी, जिसमें लतीफ फातिमा, उनकी बहनें और पिता थे. ड्राइवर गाड़ी छोड़कर भाग चुका था और सभी जख्मी हालत में पड़े हुए थे. मीर ताज ने वो गाड़ी अपने दोस्त की मदद से सीधी की. खून की जरूरत पड़ी तो मीर ताज ने ब्लड ग्रुप मैच होने पर खुद खून दिया. उनकी परिवार से दोस्ती हो गई और घर आना-जाना शुरू हुआ. एक दिन मीर ताज लतीफ फातिमा के घर पहुंचे. उनके पिता ने पूछा- हमारी छोटी बेटी से शादी करोगे. मीर ताज ने कहा- नहीं मैं बड़ी बहन से शादी करूंगा, जिसे मैंने खून दिया है. लतीफ फातिमा की उस समय सगाई क्रिकेटर अब्बास अली बेग से हो चुकी थी, जिसे तोड़कर उन्होंने मीर ताज से शादी कर ली. मीर ताज ने 1959 में 11 साल छोटी लतीफ फातिमा से शादी की. एक साल बाद इनके घर बेटी का जन्म हुआ और फिर 1965 में शाहरुख खान का.
लतीफ फातिमा हैदराबाद से ताल्लुक रखती थीं, जो अपने समय से आगे चलने वाली महिला थीं. इन्होंने इंग्लैंड की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की थी. ये अपने जमाने की फर्स्ट क्लास मजिस्ट्रेट थीं, जो समाज सेवा करने में भी आगे थीं. लतीफ फातिमा, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की करीबी थीं और उन्हीं के साथ काम करती थीं. शाहरुख खान का परिवार राजेंद्र नगर, दिल्ली में एक किराए के घर में रहा करता था. मां-बाप एक केरोसिन एजेंसी चलाया करते थे. एक बार शाहरुख को अवैध केरोसिन डीलिंग के सिलसिले में गिरफ्तार भी किया गया था. हालांकि उन्हें तुरंत बेल मिल गई थी.
सेंट कोलंबस स्कूल से पढ़ाई के दिनों में शाहरुख की रुचि स्पोर्ट्स में जागी. शाहरुख हॉकी और फुटबॉल में माहिर थे. एक दिन खेलते हुए शाहरुख के कंधे में गहरी चोट आ गई. शाहरुख का सपना था कि वो स्पोर्ट्स में ही अपना करियर बनाएं, लेकिन डॉक्टर्स ने उन्हें खेल-कूद से दूर रहने की सलाह दी. स्पोर्ट्स से ध्यान हटा तो शाहरुख हंसराज कॉलेज में इकोनॉमिक्स की पढ़ाई करते हुए पढ़ाई से ज्यादा तवज्जो प्ले को देने लगे. दिल्ली थिएटर ग्रुप में शाहरुख ने बैरी जॉन से एक्टिंग सीखी. आगे शाहरुख ने जामिया मिलिया इस्लामिया में मास कम्युनिकेशन से मास्टर डिग्री लेने के लिए दाखिला लिया, लेकिन एक्टिंग करियर बनाने के लिए उन्होंने पढ़ाई छोड़कर नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में एडमिशन लिया.
साल 1981 में पिता मीर ताज मोहम्मद का कैंसर से निधन हो गया, लेकिन शाहरुख ने आखिरी बार उनका चेहरा तक नहीं देखा. दरअसल, उनका अस्पताल में लंबा इलाज चला. जब तबीयत सुधरी तो उन्हें घर भेज दिया गया. एक रात शाहरुख के पिता ने उनसे वनीला आइसक्रीम मांगी. शाहरुख ने पिता के साथ बैठकर आइसक्रीम भी खाई. इसके बाद 18 अक्टूबर की रात मां ने शाहरुख को जगाया और कहा कि पिता अस्पताल में हैं. शाहरुख गए, लेकिन वो इतने दुखी थे कि उनसे पिता का चेहरा नहीं देखा जा रहा था. उन्होंने पिता के पैर देखे, जो ठंडे पड़ चुके थे.
इसके 10 साल बाद 1991 में डायबिटीज से मां लतीफ फातिमा की तबीयत भी बिगड़ती चली गई. बत्रा अस्पताल में भर्ती फातिमा आखिरी सांसें गिन रही थीं, लेकिन शाहरुख के पास उनसे मिलने की हिम्मत नहीं थी. वो हॉस्पिटल के पार्किंग लॉट में बैठकर मां के लिए दुआ करते थे. एक दिन जब 100 से ज्यादा बार दुआ कर चुके तो डॉक्टर ने उनसे कहा कि अब आखिरी बार अपनी मां से मिल लो.
शाहरुख मिलने जाना नहीं चाहते थे, क्योंकि उन्हे लगा कि अगर मैं दुआ करता रहा तो मां बच जाएंगी. बहनों ने खूब कहा तो मिलने जाना पड़ा. इस वहम में मां को परेशान करने, बातें करने लगे कि ऐसा करने से मां बच जाएगी. मां से कहा, अगर आप चली जाओगी तो बहन का ख्याल नहीं रखूंगा. मैं पढ़ाई भी नहीं करूंगा और काम भी नहीं करूंगा. मैं शराब पीने लगूंगा और इतनी पीयूंगा कि शराबी बन जाऊं. शाहरुख को वहम था कि मां ये सब सुनकर जिंदा रहेंगीं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. शायद वो जानती थीं कि शाहरुख अपनी जिम्मेदारियां बखूबी निभाएगा.
शाहरुख खान की बहन शहनाज लालारुख उनसे 6 साल बड़ी हैं. शहनाज घर की लाडली थीं, जो पढ़ाई में भी अव्वल थीं. शहनाज ने साइकोलॉजी से मास्टर डिग्री हासिल की थी. मां की दोस्ती इंदिरा गांधी से थी तो शहनाज ने भी इंदिरा गांधी मेमोरियल में बतौर ऑफिसर काम किया. शहनाज एक खुशमिजाज लड़की हुआ करती थीं, लेकिन मां की मौत के बाद वो डिप्रेशन में चली गईं. शाहरुख ने ही उनकी जिम्मेदारी उठाई और आज भी शहनाज, शाहरुख के साथ उनके बंगले में रहती हैं.
आज शाहरुख दुनिया के दूसरे सबसे अमीर एक्टर हैं, जिनकी नेटवर्थ 5116 करोड़ रुपए है. इसी लिस्ट में अमिताभ बच्चन आठवें नंबर पर हैं. 2021 में शाहरुख की नेटवर्थ 5116 करोड़ रुपए रही. उनके घर मन्नत की मार्केट वैल्यू 350 करोड़ रुपए है. साल 2009 में शाहरुख ने लंदन में 172 करोड़ का लग्जरी घर खरीदा था. दुबई के पास पाम जुमेराह में शाहरुख का 100 करोड़ का लग्जरी विला है. इस विला का नाम जन्नत है. शाहरुख को यह विला सितंबर 2007 में दुबई स्थित प्रॉपर्टी डेवलपर नखिल ने गिफ्ट किया था. वह एक्टिंग के अलावा चार और बिजनेस से पैसे कमाते हैं- रेड चिलीज एंटरटेनमेंट प्रोडक्शन हाउस, IPL टीम कोलकाता नाइट राइडर, किडजानिया में कंपनी के 26 % शेयर्स और ब्रांड एंडोर्समेंट, जिसमें उनकी ब्रांड वैल्यू 378 करोड़ रुपए है.
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